नई दिल्ली, अप्रैल 7 -- भारत में पिछले तीन सालों में क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल में भारी बढ़ोतरी हुई है। इसकी वजह उपभोक्ता खर्च में वृद्धि और डिजिटल भुगतान का बढ़ता चलन है, लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर 2024 तक के 12 महीनों में क्रेडिट कार्ड सेगमेंट में एनपीए यानी डिफॉल्ट रकम 28.42% बढ़कर 6,742 करोड़ रुपये हो गई है। साफ है कि क्रेडिट कार्ड का चलन बढ़ने के साथ ही डिफॉल्ट का खतरा भी गंभीर होता जा रहा है। ग्राहकों को समझदारी से खर्च करने और समय पर भुगतान करने की जरूरत है, वरना यह सुविधा एक बोझ बन सकती है।क्रेडिट कार्ड लोन आउटस्टैंडिंग 2.92 लाख करोड़ रुपये आरबीआई के डेटा के अनुसार दिसंबर 2023 में क्रेडिट कार्ड एनपीए 5,250 करोड़ रुपये थे, जो अब बढ़कर 6,742 करोड़ रुपये हो गए हैं। यह उछाल अर्थव्यवस्था में मंदी क...