चमोली, अक्टूबर 28 -- चमोली जनपद के पोखरी कवि चन्द्र कुंवर वर्त्वाल पर्यटन किसान विकास मेले में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। मेले में कलाकारों ने लोगों को थिरकने पर मजबूर किया। मेले की तीसरी सांस्कृतिक संध्या में लोकगायक माया उपाध्याय के लोकगीतों पर सैकड़ों श्रोता जमकर थिरके। सोमवार देर रात्रि तक प्रसिद्ध लोक गायिका माया उपाध्याय और भागचंद सावन की टीम ने लोकगीत, चाचरी छपेली गीतों की प्रस्तुति दी। भागचंद सावन ने शूम्भू जय बोला जय महाकाल.. गढ़वाले मां बाघ लगी..जय मां नंदा और माया उपाध्याय ने गाये सुरा सुरा हवा चली साड़ी सम्भाला.., ओ छोरी लछिमा.., क्रीम पौडरा घिसनी किलै ने मेरी निर्मला.., बेड़ू पाको बारोमासा.. निजानी नौकरी में दिल्ली भौतै दूर.. उत्तराखण्ड देवभूमि तेरी जय-जयकार..झूलीघाट शेरदा का होटला-होटला...हाई काकड़ी झील मां लुंड फीस सील...