रुद्रप्रयाग, अप्रैल 27 -- राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि का 50वां स्वर्ण क्रीड़ा समारोह के अंतिम दिन पुरस्कार वितरण किया गया। इस मौके पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जीएस खाती ने कहा कि प्रतिस्पर्धा में जीत व हार होती रहती है। खेल को खेल भावना की तरह खेलना चाहिए। स्वयं के विकास के लिए खेल जरूरी है। विशिष्ट अतिथि अनूप सेमवाल ने कहा कि जब हम निरंतर किसी कार्य का अभ्यास करतें है तो सफलता अवश्य प्राप्त होती है। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. कैलाश चंद्र दुदपुड़ी ने कहा कि छात्र/ छात्राओं को शिक्षा के साथ खेल पर भी ध्यान देना चाहिए। खेल के माध्यम से विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता, टीम भावना, प्रतिस्पर्धा का विकास होता है। निवर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष नितिन नेगी ने तीन दिवसीय क्रीड़ा समारोह के ...