मुजफ्फरपुर, अप्रैल 20 --   मुजफ्फरपुर। जिस मुजफ्फरपुर में 60 के दशक से व्यावसायिक क्रिकेट की शुरुआत हो चुकी थी, वहां के युवा क्रिकेटरों की प्रतिभा आज संसाधन के अभाव में दम तोड़ दे रही है। शहर में प्रशासनिक स्तर पर एक बड़ा क्रिकेट मैदान नहीं है। सिकंदरपुर स्टेडियम लंबे समय से अधूरा पड़ा है। अच्छे ट्रेनर और खेल सामग्री का अभाव भी बड़ी बाधा है। खिलाड़ियों की मदद को बना जिला क्रिकेट एसोसएिशन भी कुछ खास नहीं कर पाता। निजी क्रिकेट अकादमियों की भरमार है, लेकिन इनकी फीस सबके लिए मुमकिन नहीं है। शहर के क्रिकेटरों ने हिन्दुस्तान से चर्चा में अपनी समस्या साझा की। कहा कि क्रिकेट के लिए टर्फ पिच व संसाधन का इंतजाम हो जाए तो वे भी राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन कर सकते हैं। मुजफ्फरपुर के क्रिकेट खिलाड़ी देश दुनिया में नाम कमा रहे हैं। कई खिला...