नई दिल्ली, अगस्त 14 -- जियोहॉटस्टार के विशेष कार्यक्रम 'चीकी सिंगल्स' के हालिया एपिसोड में पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा और प्रज्ञान ओझा ने अपने खेल के दिनों के अजीबोगरीब अंधविश्वासों के साथ-साथ मैदान पर बिताए कुछ अविस्मरणीय पलों के बारे में खुलकर बात की। 'चीकी सिंगल्स' पर बोलते हुए, आकाश चोपड़ा ने याद किया कि कैसे खिलाड़ी अंधविश्वासों में विश्वास करते थे। उन्होंने कहा, ''कभी-कभी कोई भाग्यशाली बैंड कलाई में बांधने में विश्वास करने लगता था, यहां तक कि कलाई बैंड का रंग भी मायने रखता था। फिर, कुछ खिलाड़ी अपनी जर्सी नंबर पर विश्वास करते थे। अगर उन्हें जो नंबर चाहिए था, वह पहले से ही ले लिया गया था, तो वे सलाह के लिए किसी अंकशास्त्री के पास जाते थे। और फिर, वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाड़ी थे, जो कहते थे, 'यह सब छोड़ो, मैं बिना नंबर के खेलूंगा।...