गंगापार, नवम्बर 2 -- हवा और बरसात के चलते धान के खेतों में पानी भर जाने और फसल जमींदोज हो जाने से किसानों का भारी नुकसान हुआ है। अनवरत बरसात के चलते खेतों, खलिहानों में धान की फसल के साथ ही किसानों की मेहनत और पूंजी भी डूब जाने से इस बार मांडा क्षेत्र के धान क्रय केंद्रों पर ज्यादातर किसान नहीं पहुंच पाएंगे। बरसात बंद होने के बाद भी बादल के चलते खेतों और खलिहानों में भीगे धान सड़कर नष्ट हो रहे हैं। पिछले पांच दिनों हुई बेमौसम बरसात से धान के खेतों और खलिहानों में पानी भर जाने के कारण किसानों की सारी मेहनत पानी में डूब गयी है। शनिवार रात बरसात न होने और रविवार दिन भर बादल छाये रहने से किसानों में काफी चिंता व्याप्त है। क्षेत्र के सोनबरसा, तिखुरी गांव के किसान सियाराम पाल, हरिश्चन्द्र निषाद, राम यतन पाल डाक्टर मुनाईलाल, कमलेश, अमर जीत, समर ...
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