बागपत, जून 18 -- 2016 से 2020 के बीच सामान्य तौर पर बने जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्रों की अहमियत नहीं बची है। जिन्होंने इस बीच ये सर्टिफिकेट लिए वो अब रद्दी हो गए हैं, क्योंकि बिना क्यूआर कोड वाले सर्टिफिकेट की कोई मान्यता नहीं बची है। पासपोर्ट, आधार कार्ड, राशन कार्ड समेत स्कूलों में एडमिशन जैसे तमाम प्रक्रिया में अब केवल क्यूआर कोड वाले ही प्रमाण पत्र मांगे जा रहे हैं। अब लोगों को नए सिरे से आवेदन करना पड़ रहा है। क्यूआर कोड बिना वाले प्रमाण पत्र को लेकर प्रतिदिन दर्जनों लोग नगर निकायों और खंड़ विकास कार्यालयों में पहुंच रहे हैं। इसमें सबसे अधिक वही लोग हैं, जिन्होनें घर के बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र बनवाया। मगर तब संबंधित विभागों से मिलने वाले सर्टिफिकेट में क्यूआर कोड नहीं था। अब हर जगह क्यूआर कोड की मांग हो रही है। 2016 से 2021 के बीच सा...