नई दिल्ली, मार्च 28 -- केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने डमी स्कूलों में पढ़ने वाले वाले छात्रों और उनके अभिभावकों को चेतावनी दी है। सीबीएसई ने कहा है कि नियमित कक्षाओं में शामिल नहीं होने वाले छात्रों को 12वीं की बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। शिक्षाविदों ने सीबीएसई के इस कदम की सराहना की है। शिक्षा विशेषज्ञों की मानें तो राजधानी दिल्ली में डमी स्कूलों का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। अनुमान है कि दिल्ली में इसका सालाना कारोबार चार से पांच हजार करोड़ रुपये तक का है। उधर, अभिभावक संघों ने सीबीएसई के फैसले पर एतराज जताया है। उनका कहना है कि सीबीएसई ने अच्छा विचार किया है, लेकिन छात्रों को इसमें न शामिल करते हुए कोचिंग संस्थानों पर गाज गिरानी चाहिए थी। सीबीएसई के वकील ने कहा कि देश भर में 300 से अधिक डमी स्कूलों...