नई दिल्ली, फरवरी 27 -- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नागरिकता के लिए गोल्ड कार्ड वीजा पेश करने की घोषणा की। इस कदम से जहां अमेरिका में अमीरों को स्थानी निवासी की अनुमति मिलेगी, वहीं अमेरिकी ग्रीन कार्ड का इतंजार कर रहे भारतीय नागरिकों में चिंता बढ़ गई है। यह गोल्ड कार्ड वीजा, ग्रीन कार्ड से कैसे अलग है, इस पर एक नजर ।1. क्या है गोल्ड कार्ड वीजा? गोल्ड कार्ड वीजा अमेरिकी नागरिकता का रास्ता खोलेगा। यह ग्रीन कार्ड की सुविधाएं देगा। इसकी कीमत करीब पांच मिलियन डॉलर (लगभग 43.5 करोड़ रुपये) है। इसका मतलब कि अगर किसी के पास इतनी रकम है, तभी वो अमेरिका का स्थानी निवासी हो सकता है। यह ईबी -5 निवेशक वीजा या एच-1 बी से ग्रीन कार्ड प्रक्रिया की तुलना में अमेरिकी निवास के लिए बहुत तेज और सरल मार्ग प्रदान करता है। यह भी पढ़ें- एलन मस्क की बात नहीं...