दिल्ली, मई 15 -- दिल्ली एम्स ने आंखों के कैंसर रेटिनोब्लास्टोमा के इलाज में गामा नाइफ रेडिएशन तकनीक का इस्तेमाल किया। इसका उपयोग भारत में पहली बार हुआ, जबकि दुनिया में दूसरी बार इस तकनीक का इस्तेमाल कैंसर के लिए किया गया। इसमें मरीज को बार-बार रेडिथेरेपी के लिए नहीं आना पड़ता और सर्जरी करने की जरूरत भी कम हो जाती है। एम्स के न्यूरोसर्जरी विभाग के डॉ. दीपक अग्रवाल ने बताया कि इससे पहले रूस में इस तकनीक से अच्छे नतीजे सामने आए थे। अब भारत में भी इसके जरिए इलाज शुरू किया गया है।आंखों की पुतली पर सफेद चमक होना बड़ा लक्षण एम्स के आरपी सेंटर की प्रोफेसर और नेत्र कैंसर विशेषज्ञ डॉ. भावना चावला ने बताया कि देश में हर साल दो हजार बच्चे आंखों के कैंसर का शिकार हो रहे हैं। इसमें बच्चों को धुंधला दिखने लगता है। उनकी आंखों की पुतली पर सफेदी आने लगती ह...
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