निखिल पाठक, नवम्बर 6 -- केंद्र सरकार ने कहा है कि अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के अंदर स्थित पवित्र स्थल में उसकी सीसीटीवी कैमरे लगाने की कोई योजना नहीं है। सरकार ने यह बात गुरुवार को दिल्ली उच्च न्यायालय को एक मामले की सुनवाई के दौरान कही। सरकार ने कहा कि कैमरे केवल उन सार्वजनिक रास्तों और गलियारों में लगाए जा रहे हैं, जो दरगाह के अंदरूनी हिस्से तक ले जाते हैं। कैमरे लगाने का उद्देश्य सुरक्षा बढ़ाना और जेबकतरी, छेड़छाड़ व चोरी की घटनाओं को रोकना है। उच्च न्यायालय में दायर इस याचिका में केंद्र द्वारा नियुक्त नाजिम के उस फैसले को चुनौती दी गई थी जिसमें दरगाह के अंदर कैमरे लगाने की बात कही गई थी। हालांकि, सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि संतकक्ष में कैमरे नहीं लगेंगे, जिसके बाद याचिकाकर्ता ने सार्वजनिक क्षेत्रों में कैमर...