जयपुर, अगस्त 11 -- राजस्थान की सरकारी नौकरी पाने का जुनून अब रिश्तों के नाम पर भी साज़िश रचवा रहा है। झुंझुनूं और सीकर जैसे जिलों में फर्ज़ी तलाक का एक ऐसा खेल सामने आ रहा है, जिसने सरकारी सिस्टम की नींव को हिलाकर रख दिया है। प्यार, धोखा और दस्तावेज़ों की इस जालसाज़ी में असल में कोई किसी से अलग नहीं हुआ सिर्फ़ काग़ज़ों पर रिश्ता तोड़ा गया और नौकरी मिलते ही फिर से पति-पत्नी साथ घूमते नज़र आए। इस फिल्मी साज़िश से कम नहीं लगती कहानी की असल स्क्रिप्ट तब बाहर आई जब राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज को कुछ बेहद चौंकाने वाली शिकायतें मिलीं। इन शिकायतों में आरोप था कि कपल्स तलाकशुदा के 2% आरक्षण कोटे का फायदा उठाने के लिए नकली तलाक ले रहे हैं। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि इनमें से कई महिलाएं आज भी अपने पति के साथ रह रही हैं यानि...