पटना, जुलाई 5 -- क्या 20 दिसंबर 2018 को हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में बिहार भाजपा के लघु उद्योग सेल के संयोजक रहे गुंजन खेमका की हत्या का केस पुलिस अगर सुलझा लेती तो 4 जुलाई 2025 को गुंजन के पिता और बिहार के बड़े व्यापारी गोपाल खेमका की जान बच जाती? व्यापारी वर्ग की जुबान पर सवाल है कि पुलिस ने गुंजन मर्डर केस में शूटर को पकड़ा, लेकिन सुपारी देने वाले को क्यों नहीं पकड़ा। जमीन विवाद बताया लेकिन मरवाया किसने, ये बिना बताए केस को ठंडे बस्ते में क्यों डाल दिया। ये सवाल हर कोई पूछ रहा है कि क्या गोपाल खेमका की हत्या से बेटे गुंजन खेमका का कोई कनेक्शन है? गुंजन के पिता गोपाल खेमका की लगभग 7 साल बाद उसी तरीके से पटना में उनके अपार्टमेंट के बाहर शुक्रवार की रात हत्या हो गई है। गुंजन को हाजीपुर में अपनी ही कॉटन फैक्ट्री के गेट पर शूटर ने गोलियों ...