श्रीनगर, मार्च 6 -- केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में इन दिनों 94 साल पुरानी घटना को लेकर राजनीतिक घमासान छिड़ा हुआ है। बुधवार को जम्मू कश्मीर विधानसभा में 13 जुलाई 1931 के 'शहीदों' पर नेता प्रतिपक्ष की ''अपमानजनक टिप्पणी'' को सदन की कार्यवाही से हटाने की घोषणा किए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सभी 28 सदस्य सदन से वाकआउट कर गए। भाजपा नेता और नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने 1931 के ''शहीदों'' पर यह टिप्पणी उस दौरान की जब पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के विधायक वहीदुर्रहमान पारा ने 13 जुलाई को भी सार्वजनिक अवकाश बहाल करने की मांग की थी। बता दें कि शेख अब्दुल्ला की जयंती के अवसर पर पांच दिसंबर के सार्वजनिक अवकाश के साथ-साथ इस अवकाश को भी 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद, उपराज्यपाल प्रशासन ने रद्द कर दिया था...