दिल्ली, फरवरी 23 -- भारत ग्रेट निकोबार द्वीप को हांगकांग की तरह विकसित करना चाहता है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इससे पर्यावरण को भारी नुकसान हो सकता है और द्वीप के मूल निवासियों के विलुप्त होने की वजह भी बन सकता है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ग्रेट निकोबार द्वीप में नौ अरब डॉलर के निवेश की योजना बना रही है. जिससे इस द्वीप को विशाल सैन्य और व्यापार केंद्र के रूप में बदला जा सके. लेकिन इन योजनाओं ने पर्यावरणविदों, वैज्ञानिकों और नागरिक संस्थाओं की चिंता बढ़ा दी है. इनका मानना है कि इस महापरियोजना से द्वीप की अनूठी पारिस्थितिकी बर्बाद हो सकती है. पर्यावरण से जुड़ी चिंताओं के अलावा, कई जानकारों को इससे द्वीप के मूल निवासियों के प्रभावित होने का डर है. जैसे कि हजारों सालों से ग्रेट निकोबार द्वीप पर रहने वाला शोम्पेन नाम का शिकारी स...