नई दिल्ली, सितम्बर 19 -- नवरात्र हम सभी के जीवन का अनमोल पर्व है, जिसे हम पीढ़ी दर पीढ़ी श्रद्धा और उत्साह से मनाते आ रहे हैं। नवरात्र के नौ दिन पूरा भारत मां अंबे के जयघोष से गूंजता रहता है। महिलाएं अपने परिवार सहित मां शक्ति की उपासना और व्रत-पूजन करती हैं। यद्यपि वर्ष में चार बार नवरात्र आते हैं, पर चैत्र और आश्विन मास के नवरात्र ही विशेष महत्व रखते हैं। इसके अलावा आषाढ़ और माघ मास में गुप्त नवरात्र भी होते हैं, जिनका चलन कम है। ये चारों नवरात्र धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष- इन पुरुषार्थों के प्रतीक माने जाते हैं। गृहस्थ जीवन में व्यस्त रहने वाली स्त्रियों के लिए चैत्र और शारदीय नवरात्र ही अधिक महत्वपूर्ण माने जाते हैं।धरती पर देवी का अवतरण जब देवी पृथ्वी पर अवतरित होती हैं, तो उनका स्वरूप अत्यंत कोमल और अनुपम होता है। पांवों में कुमकुम, न...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.