बागेश्वर, अगस्त 18 -- ढूंगापाटली माइंस के मालिक द्वारा उच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी गड्ढे न पाटने से मलबा कौशल्या नदी में जमा हो गया और नदी ने रूख बदल लिया। इससे ग्रामीणों की सुरक्षा दीवार, गोबर पिट समेत खेती को नुकसान हुआ है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मुलाकात करके कार्यवाही की मांग की है। पूर्व प्रधान गणेश रावत के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। कहा कि ढूंगापाटली में कई साल से माइंस चलती थी जो कि उच्च न्यायालय के आदेश के बाद बंद है। इस बीच उच्च न्यायालय ने आदेश दिया था कि गड्ढे पाटे जाएं परंतु उक्त खान में इसका पालन नहीं किया। इससे बरसात में नदी ने रूख बदल दिया और नदी का पानी तेज बहाव के साथ उनके खेतों में चला गया। इससे खेतों की सुरक्षा दीवार, गोबर पिट समेत कई फलों के पेड़ और वहां लगाए गए अदरक और हल्दी की फसल नष्ट...