ढाका, दिसम्बर 18 -- भारत के विदेश मंत्रालय (एमईए) ने बांग्लादेश के उच्चायुक्त एम रियाज हमीदुल्लाह को तलब कर ढाका में भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है। यह कदम बांग्लादेश की नेशनल सिटीजन पार्टी (एनसीपी) के नेता हसनत अब्दुल्ला के उस विवादास्पद बयान के बाद उठाया गया है, जिसमें उसने भारत के पूर्वोत्तर के सात राज्यों (सेवन सिस्टर्स) को अलग-थलग करने और अलगाववादी समूहों को शरण देने की धमकी दी थी।हसनत अब्दुल्ला कौन है? 27 वर्षीय हसनत अब्दुल्ला 2024 में बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में कोटा के खिलाफ छात्र आंदोलन के दौरान सुर्खियों में आय था। यह आंदोलन बाद में तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार के खिलाफ व्यापक प्रदर्शनों में बदल गया, जिसके परिणामस्वरूप हसीना को सत्ता छोड़नी पड़ी। उस समय अब्दुल्ला 'स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस...