विधि सिंह, अक्टूबर 26 -- अंडरवर्ल्ड में मुख्तार अंसारी के करीबी शादाब उर्फ डंपी की गिरफ्तारी से हड़कंप मचा हुआ है। कई माफिया गुट अपने स्तर से गणित को समझ रहे हैं कि आखिर फरारी काट रहा डंपी अचानक दुबई से भारत क्यों लौटा? ईडी भी उसकी गिरफ्तारी को छिपा लेना चाहती थी। इसमें वह दो दिन सफल भी रही, लेकिन पुलिस से भी ज्यादा खबर रखने वाले अंडरवर्ल्ड को इस गिरफ्तारी की भनक कुछ घंटे बाद ही लग गई थी। यूपी में जब पूर्वांचल के माफिया गुट हावी थे, उस समय मुख्तार अंसारी का सिक्का चलने लगा था। मुख्तार ने डंपी को ही अपने मैनेजर के तौर पर साथ रखा था। मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हत्या के बाद मुख्तार अंसारी ने डंपी को कई तरह के ठेके दिलाने शुरू कर दिए थे। इसमें सबसे अहम था कि बीएसएनएल के टावरों की डीजल सप्लाई का ठेका। पहले भी इसका छोटा हिस्सा डंपी को मिलता...