नई दिल्ली।, सितम्बर 11 -- उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी उम्मीदवार बी. सुधर्शन रेड्डी को अपेक्षित समर्थन न मिलने और 15 से अधिक वोट अवैध पाए जाने के बाद बुधवार को विपक्षी खेमों में बेचैनी और कानाफूसी तेज हो गई। इस परिणाम ने विपक्ष की एकजुटता की पोल खोल दी है। हालांकि विपक्षी खेमा यह भी आरोप लगा रहा है कि वोटों को जानबूझकर अमान्य घोषित कराया गया। इस घटना ने राजनीतिक हलकों को याद दिला दिया कि कैसे कुछ साल पहले हरियाणा के विधायकों के एक समूह ने अपने ही राज्यसभा उम्मीदवार को हराने के लिए अनधिकृत पेन का इस्तेमाल करके "अमान्य वोट" डालकर क्रॉस-वोटिंग की थी। अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ विपक्षी पदाधिकारियों ने यह भी कहा कि शिवसेना (यूबीटी) के एक सांसद पर वोट अमान्य करने का संदेह है। वह पहले से ही एनडीए खेमे में शामिल ह...