नई दिल्ली, अप्रैल 21 -- अपने विनम्र स्वभाव और गरीबों के प्रति हमेशा करूणा और दया का भाव रखने वाले दुनिया के सबसे बड़े ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का आज निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे। उनके निधन के बाद अब सप्ताह भर चलने वाली वह प्रक्रिया शुरू हो गई, जिसमें लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे। सबसे पहले, सेंट मार्टा चैपल में वेटिकन के अधिकारी और फिर सेंट पीटर्स में आम लोग उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। इसके बाद, कार्डिनल्स कॉलेज के डीन कार्डिनल जियोवनी बैटिस्टा रे द्वारा उनका अंत्येष्टि कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा फिर नए पोप को चुनने के लिए एक बैठक होगी।भारत में कुल कितने कार्डिनल? 22 जनवरी 2025 तक कॉन्क्लेव के नियमों के अनुसार, कॉलेज ऑफ कार्डिनल्स में फिलहाल 252 कॉर्डिनल्स हैं। इनमें से सिर्फ 138 ही फिलहाल निर्वाचक हैं क्योंकि जिन कार्डिनल्स की उम्र 8...