जयपुर, अक्टूबर 1 -- जयपुर की सड़कों पर मंगलवार शाम हुई महज एक घंटे की बारिश ने न जाने कितने घरों के चूल्हे बुझा दिए। दशहरे के लिए 'रावण' के पुतले बनाने वाले सैकड़ों मजदूरों की उम्मीदें, मेहनत और उधार लिया हुआ पैसा-सब पानी में बह गया। किसी ने ब्याज पर पैसा लेकर पुतले बनाए थे, तो किसी ने अपनी जमा-पूंजी लगा दी। एक बारिश ने महीनों की मेहनत और उम्मीदों को मिट्टी में मिला दिया। "12-13 परिवार आए थे. 30 लाख का नुकसान" डिग्गी मालपुरा से आए 62 वर्षीय बाबूलाल की आंखें बोलते-बोलते भर आईं। वे कहते हैं, "हम करीब 12-13 परिवार यहां आए थे। हर साल दशहरे पर रावण के पुतले बनाकर बेचते हैं। इस बार भी उम्मीद थी कि अच्छा काम होगा, लेकिन बारिश ने सब खत्म कर दिया। करीब 30 लाख का नुकसान हुआ है। हमने उधार लेकर पुतले बनाए थे। अब न बिके, न कर्ज कैसे चुकाएं, यही चिंता ...
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