नई दिल्ली, सितम्बर 8 -- वेटिकन ने इटालियन टीनएजर कार्लो एक्यूटिस को कैथोलिक चर्च का पहला मिलेनियल संत घोषित किया है, जिसे गॉड्स इन्फ्लुएंसर के नाम से भी जाना जाता है। कार्लो 2006 में सिर्फ 15 साल की उम्र में ल्यूकेमिया से चल बसे। उन्होंने अपनी कंप्यूटर स्किल्स का इस्तेमाल करके कैथोलिक धर्म को ऑनलाइन फैलाया और दुनिया भर के युवाओं को प्रेरित किया। बीमारी के दौरान भी उन्होंने मल्टीलिंगुअल वेबसाइट बनाई, जिसमें यूकेरिस्टिक चमत्कारों की कहानियां थीं। पोप ने वेटिकन सिटी के सेंट पीटर्स स्क्वायर में कहा, 'कार्लो ने बचपन और जवानी में प्रार्थना, खेल, पढ़ाई और दान को अपनी जिंदगी में स्वाभाविक रूप से जोड़ा।' यह भी पढ़ें- ...तो लौटाने पड़ेंगे अरबों डॉलर, ट्रंप के वित्त मंत्री को सता रहा किस बात का डर कार्लो एक्यूटिस के साथ-साथ पियर जियोर्जियो फ्रासाटी ...