नई दिल्ली, अक्टूबर 14 -- गाजा पीस समिट के लिए मध्य एशिया की यात्रा पर पहुंचे डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार 2020 के उस 'अब्राहम समझौते' का जिक्र किया जो कि इजरायल और यूएई, बहरीन, सुडान और मोरक्को के बीच किया गया था। इजरायल और फिलिस्तीनियों के बीच विवाद को डोनाल्ड ट्रंप उनकी जड़ों को याद दिलाकर खत्म करवाना चाहते हैं। अब सवाल है कि आखिर अब्राहम कौन हैं, जिनका सम्मान यहूदी, ईसाई और मुसलमान तीनों करते हैं। दरअसल इन तीनों धर्मों की जड़ें एक ही जगह से हैं। इन तीनों ही धर्मों को इब्राहीमी धर्म कहा जाता है। यहूदियों की हिब्रू बाइबल, ईसाइयों की बाइबल और मुसलमानों की कुरआन में स्पष्ट लिखा है कि वे सभी अब्राहम के ही ईश्वर पर विश्वास करते हैं। आम तौर पर मुसलमान अब्राहम को इब्राहिम कहते हैं। अब्राहम को परमात्मा का दूत बताया गया है। 'अब्राहम- अ जर्नी टु द हा...