मेरठ, मार्च 10 -- मेरठ। दिल्ली रामलीला मैदान में 17 मार्च को होने वाले गो प्रतिष्ठा निर्णायक दिवस को लेकर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महराज ने कहा कि 17 मार्च को निर्णय हो जाएगा कि कौन गोमाता को बचाना चाहता है और कौन गोहत्या कर मांस विदेशों में बेचकर व्यापार करना चाहता है। रविवार को शहीद स्मारक पहुंचे शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। वार्ता कर 17 मार्च को होने वाले गोप्रतिष्ठा निर्णायक दिवस पर कहा कि भारतीय संस्कृति में गाय को माता कहा गया है। गोहत्या को पूर्ण रूप से रोकने के लिए सरकार को कठोर कानून बनाना होगा। इसके लिए गोप्रतिष्ठा आंदोलन की शुरुआत हो चुकी है। हम 33 दिन तक सरकार के कदम का इंतजार करेंगे और 17 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में धरना प्रदर्शन करेंगे। महाकुंभ पर उन्होंने कहा कि महाकुंभ में अ...