नई दिल्ली, सितम्बर 6 -- दुनिया में दो ही नायाब हीरे हुए। एक कोहिनूर और दूसरा दरिया-ए-नूर। कोहिनूर का इतिहास और वर्तमान सबके सामने है, मगर नूर के दरिया का वर्तमान अभी रहस्य बना हुआ है। उम्मीद है कि 117 साल से कथित तौर पर बांग्लादेश के बैंक की तिजोरी में रखा ये हीरा फिर सामने आए। वित्तीय संकट से जूझ रही बांग्लादेश सरकार ने उस तिजोरी को खोलने का फैसला किया है, जिसमें बेशकीमती रत्नों सहित हीरा रखा गया है। दरिया-ए-नूर हीरे को भारत की गोलकुंडा की खदानों से निकाला गया था। यहीं पर विश्व प्रसिद्ध कोहिनूर हीरा (105.6 कैरेट) भी मिला था। डिजिटल संग्रह संस्था बांग्लादेश ऑन रिकॉर्ड के अनुसार, दरिया-ए-नूर अपनी चमक और स्पष्टता में बेजोड़ है। इसे सोने के बाजूबंद के बीच में जड़ा गया था, जिसके चारों ओर 10 छोटे हीरे जड़े हुए हैं।कितने कैरेट का हीरा? 1908 के ...