रामगढ़, अक्टूबर 30 -- कुजू, निज प्रतिनिधि। कोयलांचल क्षेत्र के कोयला कारोबारियों के लिए बड़ी राहत की खबर सामने आई है। कोल कंपनी ने एक नवंबर से कोयले की अनिवार्य सैंपलिंग की शर्त को वापस लेने का निर्णय लिया है। इसका प्रभाव कोल इंडिया के सभी सहायक कंपनियों में पड़ेगा। इस संबंध में कोल इंडिया के कार्यकारी निदेशक एम एंड एल ने पत्र जारी किया है। इस फैसले के साथ ही कोयला व्यापारियों, ट्रांसपोर्टरों और मजदूरों में हर्ष और उत्साह का माहौल है। लंबे समय से व्यापारी इस व्यवस्था का विरोध कर रहे थे, क्योंकि सैंपलिंग की प्रक्रिया न केवल समय लेने वाली थी बल्कि इससे कोयला उठाव और बिक्री पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता था। - पहल के लिए सांसद का जताया गया आभार कंपनी के इस निर्णय को गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के सार्थक प्रयासों का परिणाम बताया जा रहा है। सांस...