धनबाद, नवम्बर 9 -- धनबाद, विशेष संवाददाता । कोल इंडिया की ओर से कल्याण एवं श्रमिक कल्याण पर जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि समावेशी विकास के एक महत्वपूर्ण अंग के रूप में, कोल इंडिया लिमिटेड और उसके अंतर्गत आने वाली कोयला कंपनियों ने पिछले दस वर्षों में 6,149 करोड़ रुपये का व्यय किया है। यह वैधानिक आवश्यकता से 26% अधिक है। वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान, सीआईएल का सीएसआर खर्च 850 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2023-24 के 654 करोड़ रुपये की तुलना में 30% अधिक है। सीआईएल की प्रमुख सीएसआर पहल थैलेसीमिया बाल सेवा योजना है, जिसके तहत सीआईएल ने थैलेसीमिया और अप्लास्टिक एनीमिया से पीड़ित 800 से अधिक बच्चों के इलाज के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की है। रिपोर्ट में जिक्र है कि 17 सितंबर से शुरू हुए श्रमिक कल्याण कार्यक्रम के तहत, खदान दुर्घटनाओं में म...