जमशेदपुर, नवम्बर 28 -- कोल्हान प्रमंडल अब खनन के साथ प्राकृतिक पर्यटन का भी बड़ा केंद्र बनने जा रहा है। राज्य सरकार ने खनन पर्यटन को विशेष दर्जा देने के बाद समग्र माइनिंग-नेचर टूरिज्म कॉरिडोर विकसित करने की तैयारी शुरू कर दी है। इस परियोजना की जिम्मेदारी झारखंड वन विभाग को सौंपी गई है, जो खनन स्थलों के साथ जंगल, वन्य जीव और प्राकृतिक खूबसूरती को एक ही पर्यटन सर्किट में पिरोने की योजना पर काम कर रहा है। इस नए सर्किट में चांडिल, बुरूडीह, दलमा और सारंडा जैसे प्रमुख प्राकृतिक हॉट स्पॉट शामिल होंगे। अबतक सोना, कॉपर और यूरेनियम खनन क्षेत्रों को माइनिंग टूरिज्म के तहत जोड़ा गया था, लेकिन अब इसमें दलमा वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी, सारंडा जंगल, चांडिल डैम और बुरुडीह डैम जैसी प्राकृतिक संपदा भी जुड़ेंगी। प्राकृतिक आवास का होगा दीदार वन विभाग की योजना के ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.