जमशेदपुर, अप्रैल 19 -- पूर्वी सिंहभूम सहित पूरे कोल्हान के मरीजों को संसाधन के अभाव में डायलिसिस के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। सदर अस्पतालों में डायलिसिस की पर्याप्त सुविधा नहीं होने से मरीजों को लौटना भी पड़ता है और निजी केन्द्रों का सहारा लेना पड़ता है। पूरे कोल्हान के सदर अस्पतालों का कमोबेश यही हाल है। यही कारण है कि दूसरे जिलों के मरीज जमशेदपुर के निजी अस्पतालों में डायलिसिस कराते हैं। 3-4 मरीजों को होना पड़ता है वापस जमशेदपुर सदर अस्पताल में चार डायलिसिस मशीनें पीपीपी मोड पर संचालित हैं। इसमें से एक मशीन आईसीयू और तीन डायलिसिस केन्द्र में हैं। यहां रोज तीन शिफ्ट में 10-12 मरीजों की डायलिसिस की जाती है। सदर अस्पताल में अत्याधुनिक मशीन और अच्छी सुविधा के कारण रोज कई नए मरीज आते हैं, लेकिन मशीन खाली नहीं होने से उन्हें वापस कर दिया जा...