जमशेदपुर, सितम्बर 27 -- हर साल 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है। अगर कोल्हान क्षेत्र के पर्यटन पर नजर डालें तो यहां की प्राकृतिक खूबसूरती और ऐतिहासिक धरोहरों से बड़ी संभावना तो दिखती है, लेकिन सुविधाओं और संरचना के अभाव में यह क्षमता पूरी तरह विकसित नहीं हो पाई है। कोल्हान के दलमा वाइल्डलाइफ सेंक्चुरी, बुरूडीह डैम, हुड़ंगदा झरना, नोवामुंडी और सरायकेला-खरसावां के पारंपरिक मंदिर व किले जैसी जगहें पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। इसके अलावा चाईबासा और आसपास के क्षेत्रों में आदिवासी संस्कृति व हस्तशिल्प भी पर्यटन की एक बड़ी पहचान बन सकते हैं। हर साल हजारों की संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं, लेकिन उनके लिए बुनियादी सुविधाओं की कमी बड़ी चुनौती है। हाल के वर्षों में झारखंड सरकार ने कोल्हान क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा म...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.