कन्नौज, दिसम्बर 21 -- कन्नौज,संवाददाता। आलू किसानों का दुर्भाग्य इस बार पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रहा है। सब्जियों का राजा कहलाने वाला आलू इन दिनों बाजार में बुरी तरह औंधे मुंह गिरा हुआ है। लगातार घटती मांग और अत्यधिक आवक के कारण आलू के दाम ऐतिहासिक रूप से बेहद नीचे चले गए हैं। हालात ऐसे हो गए हैं कि किसान अपनी लागत तक निकालने में असमर्थ हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार, पिछले सीजन में आलू की बंपर पैदावार हुई थी। बेहतर कीमत मिलने की उम्मीद में किसानों और व्यापारियों ने बड़ी मात्रा में आलू को कोल्ड स्टोरेज में भंडारित किया। लेकिन गर्मी के मौसम में खपत उम्मीद के अनुसार नहीं बढ़ सकी। होटल, रेस्टोरेंट, फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स और निर्यात की मांग कमजोर रहने से बाजार में आवक ज्यादा और उठाव कम बना रहा, जिसका सीधा असर कीमतों पर पड़ा। स्थिति यह है कि ...