अलीगढ़, अक्टूबर 21 -- अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। दीपोत्सव के पंचपर्वों की श्रृंखला जारी है। इन त्योहारों पर मिठाई न हो तो त्योहार का मजा फीका ही रहता है। घर में बने लजीज पकवान और बाजार से लाई गई मिठाइयों को देखकर मुंह में पानी आना लाजमी है। त्योहार के मौके पर मौज-मस्ती में कभी-कभी कुछ ज्यादा ही खा लेते हैं। खाने और खिलाने के चक्कर में मुंह को लगा स्वाद सेहत के मिजाज को बिगाड़ जाता है। ऐसे में हमें अपने सेहत को कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। त्योहार का मतलब ये नहीं है कि हम खाने-खिलाने में इतने मसरूफ हो जाएं कि सेहत को ही नजरअंदाज कर दें। कई बार डॉक्टर बीपी, शुगर के मरीजों को मीठा और अन्य चीजों से परहेज करने की सलाह देते हैं, लेकिन हम त्योहार के दिन ये सोचकर डॉक्टर की सलाह को नजर अंदाज कर देते हैं कि एक दिन मीठा खाने से क्या ही फर्क पड़ने वाल...