चाईबासा, जुलाई 2 -- गुवा । झारखंड के नक्सल प्रभावित सारंडा क्षेत्र में एक भयावह और शर्मनाक तस्वीर सामने आई है। गंगदा पंचायत के लेम्बरा गांव के बच्चे आज भी 21वीं सदी में जान हथेली पर रखकर स्कूल जाते हैं। वह भी उफनती नदी को पैदल पार कर। पिछले कई दिनों से झारखंड और विशेषकर सारंडा क्षेत्र में लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने कोयना नदी को रौद्र रूप दे दिया है। यह नदी अब गांव के बच्चों के लिए शिक्षा की राह में एक जानलेवा बाधा बन चुकी है। नदी के तेज बहाव के बीच, लेम्बरा गांव के दर्जनों मासूम छात्र-छात्राएं स्कूल जाने के लिए रोज़ नदी को पार करते हैं। कोई नाव नहीं, कोई पुल नहीं, कोई सुरक्षा नहीं। बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ,हर बच्चा स्कूल जाए,सर्व शिक्षा अभियान ये सब सिर्फ स्लोगन बन कर रह गए हैं। ज़मीनी सच्चाई यह है कि यहां बच्चे पढ़ना तो चाहते हैं, लेकिन...