अमरोहा, अगस्त 21 -- गर्भावस्था के दौरान सही खानपान की कमी, टीकाकरण में लापरवाही और प्रसव पूर्व देखभाल की कमी से एनीमिक होकर गर्भवती कुपोषित बच्चों को जन्म दे रही हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बताते हैं कि कुपोषण गर्भस्थ शिशुओं को कोख में ही अपनी गिरफ्त में ले रहा है। जबकि सरकारी अस्पतालों में डिलीवरी के बाद 18 फीसदी तक नवजात अंडर वेट जन्म ले रहे हैं। अस्पतालों से आंगनबाड़ी केंद्रों तक गर्भवतियों की स्वास्थ्य देखभाल और पोषण की कवायद काम नहीं आ रही है। परिवार की कमजोर स्थिति के अलावा खाते-पीते परिवारों में भी गर्भावस्था के दौरान खानपान और टीकाकरण में लापरवाही, प्रसव पूर्व देखभाल की कमी से भी बच्चों में जन्मजात कुपोषण के मामले भी सामने आ रहे हैं। ज्यादातर मामलों में गर्भावस्था के दौरान सही पोषण की कमी से शरीर में खून की कमी या खुद कुपोषित ह...