धनबाद, नवम्बर 22 -- धनबाद। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की शुक्रवार को झारखंड और बंगाल में की गई कार्रवाई कोकिंग कोल बेल्ट में केंद्रित है। मालूम हो कि कोकिंग कोल की ही तस्करी होती है। ज्यादा हिट वैल्यू के कारण कोकिंग कोल महंगा और बहुपयोगी है। स्टील सेक्टर, हार्डकोक आदि में कोकिंग कोल का ही उपयोग किया जाता है। देश के आठ राज्यों में कोयला उपलब्ध है, वैसे कोकिंग कोल के कारण धनबाद (झारखंड) और बंगाल के सीमाई क्षेत्र का अलग महत्व है। यही वजह है कि कोयला तस्करी की सबसे ज्यादा घटनाएं और मामले इन्हीं इलाके से दर्ज हैं। कोल प्रहरी एप में दर्ज मामले में 80 प्रतिशत मामले झारखंड और बंगाल से हैं। कोकिंग कोल का अवैध खनन और चोरी में संगठित नेटवर्क शामिल है। इस बात की पुष्टि पूर्व में एक्सएलआरआई की ओर से धनबाद कोयला क्षेत्र में की गई स्टडी में पुष्टि हो चुकी ...