पूर्णिया, जुलाई 24 -- पूर्णिया, वरीय संवाददाता। रिश्वत का पैसा। कोई हाथों-हाथ बटोर रहा था। कोई पत्नी के पे फोन पर ट्रांसफर करवा रहा था। कई बार शिकायत पहले भी हुई थी, लेकिन बच निकले। मगर नये जिलाधिकारी अंशुल कुमार के भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस के कारण इस बार शिकायत मिलने के साथ जांच के लिए टीम गठित कर दी। टीम के द्वारा जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। पूर्णिया में जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र के आधार ऑपरेटर सुमित कुमार और अंचल कार्यालय अमौर के आरटीपीएस कार्यपालक सहायक शैलेन्द्र कुमार के रिश्वत लेने के आरोप सही पाये गये। दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। भ्रष्टाचार के मामले में एक सप्ताह के अंदर दो प्राथमिकी दर्ज होने के बाद जिला मुख्यालय से लेकर अंचल कार्यालयों में हड़कंप मचा हुआ है। जानकारी के मुताबिक प्रशासन के ...