नई दिल्ली, अक्टूबर 30 -- मोबाइल पर कॉल करने वाले का असली नाम दिखाने की सुविधा (सीएनएपी) अगले साल मार्च तक देशभर में लागू हो जाएगी। यह कदम देशभर में धोखाधड़ी वाली कॉल, साइबर ठगी और डिजिटल अरेस्ट जैसे मामलों को रोकने के लिए उठाया गया है। इससे उपभोक्ता को पता होगा कि उसे कौन कॉल कर रहा है, जिससे वह फर्जी कॉल को पहचानने में सक्षम होगा। स्पैम कॉल को पहचानना आसान नहीं है, क्योंकि ये नंबर सामान्य मोबाइल नंबर से मिलते-जुलते होते हैं। इसलिए अक्सर लोग इन कॉल को उठा लेते हैं। आंकड़ों के अनुसार, देशभर में 60 फीसदी से अधिक लोगों को हर तीन दो-तीन स्पैम कॉल अथवा एसएमएस प्राप्त होते हैं। इनके जरिए लोगों को लोन लेने, क्रेडिट कार्ड लेने, लॉटरी लगने, किसी कंपनी की कोई सर्विस या सामान खरीदने का झांसा दिया जाता है। यह सभी कॉल या मैसेज ग्राहक अनुमति के बिना की...