मुजफ्फरपुर, मार्च 22 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। कितने कॉलेजों में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन और भस्मक है, इसकी जांच कराई जा रही है। उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्राओं-महिलाओं के स्वच्छता संबंधी सुविधाओं को लेकर यूजीसी सख्त है। सभी कॉलेजों को इसे लेकर निर्देश मिला है। 25 मार्च तक इससे संबंधित रिपोर्ट सभी कॉलेज को अपलोड करना है। यूजीसी ने निर्देश दिया है कि मासिक धर्म किशोरियों और महिलाओं के जीवन चक्र में एक प्राकृतिक घटना है। कॉलेजों में यह अनिवार्य किया गया है कि महिलाओं-छात्राओं की सुरक्षित, स्वच्छ और सस्ती मासिक धर्म उत्पादों तक आसान पहुंच हो ताकि वे बाधाओं का सामना किए बिना सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक गतिविधियों में पूरी तरह से भाग ले सकें। ग्रामीण स्तर के कॉलेजों पर विशेष फोकस यूजीसी ने सभी कॉलेजों से इसपर जवाब भी मांगा है कि हर कॉ...