नई दिल्ली, अक्टूबर 22 -- कभी 90 के दशक में बॉलीवुड की सिल्वर स्क्रीन पर अपनी सादगी और मुस्कुराहट से दिल जीतने वाली मयूरी कांगो अचानक फिल्मों से गायब हो गईं। सलमान खान की फिल्मों 'पापा कहते हैं' और 'बेताबी' में नजर आने वाली यह भोली-सी लड़की उस वक्त की "नेशनल क्रश" थीं। लेकिन फिर... कुछ ऐसा हुआ कि उन्होंने बॉलीवुड को अलविदा कह दिया और एक बिल्कुल अलग रास्ता चुन लिया।इन फिल्मों में आईं नजर मयूरी ने अपने छोटे लेकिन यादगार फिल्मी सफर में करीब पांच फिल्में और दो टीवी शोज किए। 'एलओसी कारगिल' (2003) में उनकी संजीदा एक्टिंग ने उन्हें सराहना और पहचान दोनों दिलाई। फैंस को लगने लगा था कि अब मयूरी बॉलीवुड में लंबा सफर तय करेंगी। मगर इसी फिल्म के बाद उन्होंने सबको चौंका दिया। उन्होंने अचानक कैमरे और ग्लैमर से दूरी बना ली।पढ़ाई दरअसल, उनका झुकाव हमेशा से ...