लखनऊ, मई 21 -- लखनऊ, विशेष संवाददाता पावर कॉरपोरेशन में निदेशक (वित्त) के तौर पर चयनित पुरुषोत्तम अग्रवाल ने ज्वाइन करने से इनकार कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक अगर वह तैनाती नहीं लेते हैं तो पुराने निदेशक (वित्त) निधि कुमार नारंग को ही सेवा विस्तार दिया जा सकता है। राज्य विद्युत उपभेक्ता परिषद ने पुरुषोत्तम अग्रवाल के ज्वाइन न करने को एक षड्यंत्र बताया है। परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि इसके पीछे निजीकरण की सलाहकार कंपनी ग्रांट थॉर्नटन का मामला है। उन्होंने कहा कि कॉरपोरेशन किसी भी कीमत पर कंपनी को दोष मुक्त करार देना चाहता है। हालांकि, कॉरपोरेशन के ही इंजीनियर ऑफ कॉन्ट्रैक्ट उसे झूठा शपथ पत्र दाखिल करने के मामले में दोषी मान चुके हैं। अवधेश ने कहा कि एक निदेशक, जो टाटा पावर के कर्मचारी थे, वह पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम म...