नई दिल्ली, दिसम्बर 6 -- JEE Main 2025 Session 1 के 99.92 परसेंटाइल स्कोरर विपुल बंसल ने जिस परिपक्वता और आत्मविश्वास के साथ कोटा में रहकर अपनी तैयारी की, वह आज हजारों अभ्यर्थियों के लिए प्रेरणा बन चुका है। 16 साल की उम्र में अपने घर से दूर जाना, नए शहर में खुद को ढालना और टॉप रैंक लाना, यह सब आसानी से नहीं मिलता। विपुल ने साफ कहा कि अगर परिवार से जुड़े रहें तो अकेलापन कभी हावी नहीं होता। यही बात उनकी सफलता की सच्ची ताकत साबित हुई। भारत हर साल करीब 15 लाख इंजीनियर तैयार करता है, लेकिन असली जंग IIT, NIT और IIIT जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों की सीट के लिए होती है। इन संस्थानों में प्रवेश के लिए लगातार मेहनत, फोकस और कड़ा अनुशासन चाहिए। टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक, विपुल बताते हैं कि शुरुआती दो महीने सबसे मुश्किल थे। उनके लिए नया माहौल था, न...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.