लखनऊ, सितम्बर 18 -- कैसरबाग मछली मंडी में मंगलवार को पीपल का भारी-भरकम पेड़ गिरने के साथ दो मकानों का हिस्सा भरभराकर गिर गया। इसके बाद नगर निगम की आंखें खुलीं। बुधवार को निगम की टीम ने सर्वे कर कैसरबाग मछली मंडी में 6 मकानों को जर्जर घोषित किया। ये मकान 80 से 90 साल पुराने हैं, जिनमें अब भी लोग रह रहे हैं। यही नहीं, किराएदार महज 15 से 20 रुपये महीने किराया कोर्ट में जमा कर रहते आ रहे हैं, जबकि मकान किसी भी पल मौत का फंदा बन सकते हैं। इसी तरह मौलवीगंज नाले के किनारे बने मकानों का हाल और भी भयावह निकला। यहां 15 जर्जर मकान चिह्नित किए गए हैं। सर्वे में सामने आया कि इन मकानों में बजरंग, सुनीता और राजेश जैसे किरायेदार परिवार रहते हैं। निगम ने तत्काल इन्हें नोटिस थमाते हुए साफ कहा है कि लोग या तो मकान खाली करें या फिर इन्हें तुरंत मजबूत कराएं। ...