भभुआ, जुलाई 19 -- दसवीं व इंटर में प्रायोगिक शिक्षा अनिवार्य किए जाने के बाद भी विभाग की ओर से नहीं कराई जा रही है प्रयोशाला की सुविधा उपलब्ध वर्ष 2018 के बाद से शिक्षा विभाग आवंटित नहीं कर रहा है राशि प्रयोगिक शिक्षा के अभाव में प्रैक्टिकल की कॉपी तैयार करने में परेशानी ग्राफिक्स 166 प्लस टू विद्यालय हैं कैमूर जिले में 101 प्लस टू स्कूल में भेजी गई थी राशि 65 प्लस टू स्कूलों को है राशि का इंतजार (युवा पेज की लीड खबर) इंट्रो प्लस टू विद्यालयों में दसवीं व इंटर कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों के लिए प्रायोगिक विषय की शिक्षा अनिवार्य किया गया है। इसके लिए उन्हें विद्यालयों में प्रयोगशाला की जरूरत पड़ रही है। लेकिन, प्रयोगशाला की सुविधा नहीं होने से छात्रों को दिक्कत हो रही है। प्रायोगिक विषय की पढ़ाई नहीं होने से मैट्रिक व इंटर परीक्षा की तैयारी ...