भभुआ, जनवरी 30 -- बोले किसान, हमारा उत्पाद बाजार में पहुंचते-पहुंचते कीमत हो जाती है कम एक साथ कोड़ाई करने व आवक ज्यादा होने से दाम में आ जाती है गिरावट (पेज चार की फ्लायर खबर) ग्राफिक्स 02 हजार हेक्टेयर भूमि में होती है आलू की खेती 22 हजार टन लगभग हो रहा आलू का उत्पादन भभुआ, हिन्दुस्तान संवाददाता। कैमूर के किसानों को आलू का वाजिब दाम नहीं मिल पा रहा है। किसानों द्वारा खेतों में उपजाए गए उत्पादन बाजारों में पहुंचते-पहुंचते उसकी कीमत कम हो जाती है। शुरू में दूसरे शहर की मंडी से कारोबारी आलू लाते हैं। तब उंची कीमत पर आलू बिकता है। जब यहां के किसानों की फसल तैयार हो जाती है, तब दाम कम रहता है। इसके अलावा किसानों द्वारा एक साथ आलू की कोड़ाई करने व बाजार में अधिक पहुंचने तथा उत्पादन ज्यादा होने से आलू के दाम में गिरावट आ जाती है। किसानों की माने...