जमुई, अगस्त 27 -- सिमुलतला। निज संवाददाता जमुई जेल में कैदी डब्लू चौधरी की मौत अब सिर्फ एक मौत ही नहीं, बल्कि प्रशासन और जेल प्रबंधक पर सवाल उठ रहा है, कि डब्लू की मौत "हादसा" थी या हत्या? जेल में डब्लू की मौत के बाद लगातार राजनीतिक गलियारों से लेकर जनता तक में चर्चा का विषय बना है। यदि यह हत्या है? तो लोग सुरक्षित कहां है? युक्त मामला को लेकर भाकपा माले समेत कई संगठनों ने प्रशासन और जेल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इसी कड़ी में जन संघर्ष मोर्चा के संयोजक विनोद यादव भी डब्लू के घर पहुंचे और परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने साफ कहा कि यह मौत नहीं, हत्या है और इसके पीछे जेल प्रशासन की मिलीभगत है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि जेल के अंदर डब्लू को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। डब्लू की मां और परिवार की आंखों में आंसू साफ बयां कर रहे थे कि उ...