पूर्णिया, सितम्बर 25 -- पूर्णिया, कार्यालय प्रतिनिधि। केंद्रीय कारा पूर्णिया में बुधवार को एक औचक कार्रवाई ने यह संदेश दिया कि जेल की ऊंची दीवारों के भीतर भी बंदियों के अधिकार और उनकी आस्था की उपेक्षा नहीं की जा सकती। बुधवार को केन्द्रीय कारा का निरीक्षण करने पहुंचे प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश कन्हैयाजी चौधरी ने न केवल कैदियों की समस्याएं सुनीं बल्कि उनकी धार्मिक आस्था और स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी विशेष ध्यान दिया। नवरात्र के अवसर पर कारा में व्रत रखने वाले महिला और पुरुष बंदियों के लिए पर्याप्त फलाहार उपलब्ध कराने का निर्देश देकर उन्होंने यह स्पष्ट किया कि बंदी चाहे किसी भी परिस्थिति में हों, उनकी धार्मिक भावनाओं का सम्मान जरूरी है। वहीं जेल अस्पताल में इलाजरत कैदियों की स्थिति देखकर उन्होंने कारा अधीक्षक और चिकित्सक को निर्देश दिया कि...