चंदौली, सितम्बर 27 -- चहनिया, हिन्दुस्तान संवाद। रामगढ़ स्थित अघोराचार्य बाबा कीनाराम जन्मस्थली तपोस्थली में रामलीला समिति की ओर से आयोजित रामलीला के पांचवें दिन मंचन के दौरान रानी कैकेई ने राजा दशरथ से दो वरदान मांगी। इसमें पहला राम को 14 वर्ष वनवास और दूसरा भरत को राजगद्दी। इसके बाद मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के वनवास जाने की लीला का मंचन किया गया। जिसे देखकर दर्शक भावविभोर हो गए। रामलीला के मंचन में राजा दशरथ सभी सभासदों के समक्ष श्रीराम को युवराज पद देने का प्रस्ताव रखते हैं। इस दौरान सभी अपनी सहमति देते हैं। इसके बाद धूमधाम से भगवान श्रीराम के राजतिलक की तैयारियां चलने लगी। इसी बीच दासी मंथरा जाकर रानी कैकेई के कान भरती है कि आपके साथ न्याय नहीं हो रही है। श्रीराम को राजगद्दी देने की तैयारी चल रही है। इसके बाद रानी अपनी दासी मं...