उरई, नवम्बर 7 -- जालौन। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जालौन में शुक्रवार को कैंसर जागरूकता दिवस के अवसर पर एक विशेष शिविर का आयोजन किया गया। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. के डी गुप्ता ने इस मौके पर कहा कि कैंसर का अगर शुरुआती दौर में पता चल जाए, तो इसका इलाज संभव है। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि ग्रामीण इलाकों में जागरूकता और चिकित्सा सुविधाओं की कमी के कारण अक्सर निदान में देरी होती है, जिससे इलाज और भी जटिल हो जाता है।शिविर में डॉ. राजीव दुबे ने लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक करते हुए बताया कि कई लोग लगातार खांसी, अस्पष्टीकृत वजन घटना, गांठ या असामान्य रक्तस्राव जैसे प्रारंभिक लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं। उन्होंने कहा कि आर्थिक तंगी के कारण भी लोग तब तक अस्पताल जाने से हिचकिचाते हैं जब तक कि बीमारी गंभीर अवस्था में न पहुंच जाए। उन्होंने यह भी बत...