वाराणसी, जुलाई 19 -- वाराणसी, कार्यालय संवाददाता। हज कमेटी की की एक गाइड लाइन ने जायरीन को चिंता में डाल दिया है। नई गाइड लाइन के तहत कैंसर, टीबी, सांस और गुर्दा रोगी हज पर नहीं जा सकेंगे। उनका आवेदन भले स्वीकार हो जाएगा लेकिन मेडिकल जांच में अगर इन गंभीर बीमारियों की पुष्टी होती है तो आवेदन खारिज हो जाएगा। बनारस सहित पूर्वांचल से हर साल दस हजार से अधिक जायरीन हज के लिए रवाना होते हैं। आम तौर पर लोग बुजुर्ग अवस्था में हज के लिए रवाना होते हैं। पूर्वांचल हज सेवा समिति के महासचिव अदनान खान ने बताया कि हज -2026 की गाइडलाइन में कई बदलाव किया गया है। उन्होंने कहा कि गंभीर अवस्था के मरीजों को हज के दौरान कई तरह की दिक्कत होती है ऐसे में इन पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि उड़ान से पहले सभी का मेडिकल होगा। इसमें पुष्टी होती है तो आवेदन खारिज...